आज 11 नवंबर को भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है और इस साल 2020 के शिक्षा दिवस की थीम है –
कौशल जागरूकता और सशक्तिकरण ।
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के जन्म दिवस के दिन मनाया जाता है ।
मौलाना अबुल कलाम का जन्म 11 नवंबर 1888 को मक्का में हुआ था ।
ये 1923 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बने तथा 1940 से 1945 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष रहे, इन्होंने सभी को मुफ्त शिक्षा का आह्वान किया और भारत में शिक्षा का प्राथमिक माध्यम हमारी मातृभाषा हिंदी को बनाने पर ज़ोर दिया ।
आज के समय में हिंदी अपना अस्तित्व खोती दिखाई पड़ रही है, आज की पीढ़ी ऐसी हो गयी है कि उन्हें गर्व होता है कहने में कि हमें हिंदी नहीं आती है और अगर कहीं आप पूरे व्यंजन पूछ लो तो इन्हें शर्मसार होने कि बजाय ये एक मज़ाक लगता है और इंग्लिश बोलने में इन्हें गर्व महसूस होता है, इसीलिए शायद मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ने हिंदी पर ज़ोर दिया होगा क्योंकि आज़ादी से पहले सभी स्कूलों में भाषा का माध्यम अंग्रेजी ही होता था(अंग्रेज़ो द्वारा खोले गए स्कूल)।
1992 में मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को भारत रत्न से सम्मानित किया गया, आई० आई० टी०, आई० आई०एम० जैसे आयोग की स्थापना में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा ।
दिल से दी गयी शिक्षा समाज में क्रांति ला सकती है -मौलाना अबुल कलाम आज़ाद
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद शिक्षा के महत्व को समझते थे और इसीलिए उन्होंने महिलाओं की शिक्षा पर भी बहुत ज़ोर दिया और शिक्षा नीतियों में अपना अमूल्य योगदान किया ।
इस साल शिक्षा दिवस का उद्घाटन हमारे वर्तमान केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक के द्वारा आई० आई० टी० बॉम्बे से 10 नवंबर 2020 को किया गया ।
आप सभी को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस कि शुभकामनाएं।
धन्यवाद।